Wednesday, November 3, 2010

आईये अंग्रेज़ी की क्लास के कुछ नियम तय करें

आईये अंग्रेज़ी की क्लास के कुछ नियम तय करें:

सबसे पहले एक मोटा नया रेजिस्टर बनायें जिसमें अंग्रेज़ी का अभ्यास करेंगे.
साथ में एक अच्छा नया पेन लें.
यह क्लास लगभग दो महीने यानि 60 दिन की होगी.
एक बार इस क्लास में सम्मिलित होने का मन बनायें तो कृपया निरंतरता बनायें रखें.
एक अध्याय को पूर्ण करने के लिये लगभग एक दिन का समय ही लें.
अध्यायों में दिये गये निर्देशों का शब्द्शः पालन करने की कोशिश करें.  
यदि कुछ पूछना हो तो प्रश्न इंग्लिश चर्चा के मंच पर पूछ सकते हैं.
उच्चारण सम्बन्धी समस्याओं को लिख कर भी हल किया जा सकता है. जिसके लिये हमारी निर्भरता अधिकतर इंग्लिश चर्चा मंच पर ही होगी.
रोज़ आप 2 ऐसे शब्द पूछें जो कि हमारे रोज़मर्रा के जीवन से सीधे जुड़े हों ऐसे ही एक या दो ऐसे हिन्दी भाषा के सरल वाक्य भी पूछें जो कि आपके रोज़ाना के जीवन से ही सम्बन्धित हों. इन वाक्यों के अंग्रेज़ी अनुवाद इंग्लिश चर्चा में बताये जायेंगे. इन्हें कमसकम 50 बार याद करें और इन्हें इस्तेमाल करें और अभ्यास करें.
एक आम दिन का काम हम लगभग 100 वाक्यों और 400-500 शब्दों में चला लेते हैं. और यदि इन वाक्यों और शब्दों को यदि अंग्रेज़ी भाषा में याद कर इस्तेमाल करें तो 60 दिन के उपरांत आप लगभग 120 अंग्रेज़ी के वाक्य और 120 नये अंग्रेज़ी के शब्द सीख जायेंगे जिनका उपयोग आप कर सकते हैं. जो कि आपके मज़बूत नीव के निर्माण का कार्य करेंगे. यह अभ्यास नियमित अंग्रेज़ी के अभ्यास के अलावा होगा.
तो आईये फिर शुरू करें...

Thursday, October 28, 2010

स्वागत है अंग्रेज़ी की क्लास में ...

प्रिय मित्रों,
अवतार मेहेर बाबा की जय, 
आज के परिवेश में अंग्रेज़ी का महत्व बढ़ता ही जा रहा है, इस बात से शायद आप सभी सहमत होंगे. यदि हम अपने आस-पास के चन्द सफल लोगों में से उनकी अच्छी आदतों का अध्ययन करें तो पायेंगे की सभी लोगों की पकड़ अंग्रेज़ी भाषा पर बहुत अच्छी है. शायद अंग्रेज़ी सफलता का अकेला पैमाना तो न हो किंतु कई पैमानों में से एक ज़रूर हो सकता है.
इसके अलावा, जैसाकि प्रसिद्ध पुस्तक "वर्ड पॉवर मेड ईज़ी" के लेखक नॉर्मन लुईस कहते हैं कि प्रत्येक शब्द एक नये विचार का वाहक है. यदि इस बात को हम सही समझें तो नई भाषा के नये-नये शब्द हमारा परिचय नये विचारों से कराते हैं जो कि ज्ञान वर्धन का कार्य करता है. ज्ञान ही कौशल वृद्धि का माध्यम बनता है और कौशल ही हमें सफलता का द्वार दिखाती है.
तो क्या हमें अंग्रेज़ी सीखने से फायदा हो सकता है ? बेशक !!! इस भाषा को हम सीख भी सकते हैं. इसी उद्देश्य से ही इस ब्लॉग के सृजन का विचार उत्पन्न हुआ. यहाँ एक बार में एक अध्याय को पढ़ें और सीखें. प्रत्येक अध्याय के सथ दिये गये निर्देशों का पालन करने का प्रयास करें. जहाँ आपके चर्चा की अवश्यकता लगे आप निःसंकोच भाव से हमें ई-मेल लिखें. हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपके प्रश्नों का जवाब दे पायें...
शुभकामनाओं सहित
आपका ही
चन्दर मेहेर